Medical course without NEET Exam:नीट परीक्षा के बिना भी बन सकते हैं डॉक्टर,जाने कैसे

Medical Courses without NEET Exam: 12वीं के बाद मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए नीट परीक्षा देना जरूरी है. हर साल लाखों युवा नीट परीक्षा देते हैं. उनमें से कुछ ही सफल होकर देश के नामी मेडिकल कॉलेज में दाखिला ले पाते हैं (Medical College Admission). अगर आप नीट परीक्षा में फेल हो गए हैं और दोबारा परीक्षा देने के मूड में नहीं हैं तो इसी साल मेडिकल के अन्य कोर्सेस में ए़डमिशन ले सकते हैं .

इस साल 20 लाख से ज्यादा युवाओं ने नीट परीक्षा दी थी. इनमें से 11,45,976 सफल हुए थे. जो स्टूडेंट्स नीट परीक्षा में असफल हो गए हैं, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है. वह MBBS के अलावा अन्य कोर्सेस में एडमिशन लेकर डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं. जानिए नीट परीक्षा के बिना मेडिकल फील्ड के कौन से कोर्स कर सकते हैं.

Medical Courses

BDS Full Form: बीडीएस यानी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी कोर्स 4 सालों का होता है. इस कोर्स में दांतों से संबंधित बीमारियों के इलाज के बारे में पढ़ाया जाता है. नीट परीक्षा पास कर एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए जितने मार्क्स चाहिए होते हैं, उससे कम में बीडीएस कोर्स में दाखिला मिल जाता है. इस कोर्स में 1 साल की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी शामिल है. बीडीएस डिग्री मिलने के बाद आप अपना प्राइवेट क्लीनिक भी खोल सकते हैं.

Paramedical Courses: पैरामेडिकल में डिग्री और डिप्लोमा, दोनों तरह के कोर्स किए जा सकते हैं. इस कोर्स की अवधि 2 से 5 साल के बीच होती है. पैरामेडिकल कोर्स की पढ़ाई करने के बाद आप हेल्थकेयर सेक्टर में जॉब कर सकते हैं. यहां मरीजों की देखभाल से लेकर पैरामेडिकल टीम में रेडियोलॉजी, टेक्नोलॉजी, एनेस्थीसिया जैसे कई डिपार्टमेंट में नौकरी के शानदार अवसर मिल सकते हैं. इसमें सालभर में लाखों रुपये कमाए जा सकते हैं.

BPT- Bachelor of Physiotherapy Colleges: बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी में एक्सरसाइज और मसल्स मूवमेंट के बारे में पढ़ाया जाता है. 12वीं बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं. 4 साल के फिजियोथेरेपी कोर्स में आखिरी के 6 महीने स्टूडेंट्स को अनिवार्य रूप से प्रैक्टिकल ट्रेनिंग लेनी होती है. इस कोर्स के खत्म होने के बाद आप किसी हॉस्पिटल में काम कर सकते हैं या अपना खुद का क्लीनिक भी शुरू कर सकते हैं.

Bachelor of Naturopathy and Yoga Sciences: बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगा साइंसेस कोर्स में किसी बीमारी का इलाज करने के नेचुरल तरीकों पर फोकस किया जाता है. इस कोर्स में 4.5 सालों की पढ़ाई के बाद 1 साल की ट्रेनिंग अनिवार्य रूप से लेनी होती है (Naturopathy Centre). यह कोर्स करने के बाद आप कोई नेचुरोपैथी संस्थान जॉइन कर सकते हैं या योगा/फिटनेस इंस्ट्रक्टर भी बन सकते हैं.

Hello Friends, My name is Ashish Kumre.I m founder of SchemeNews.I m here to help of village people to know Village Scheme.

Leave a Comment